आप जब भी चांद को देखते है तो आपके मन मे ये सवाल जरूर आता होगा कि आखिर Chand par kon kon gaya hai और क्या वहां पर जीवन होने की संभावना है । ऐसे कई सारे सवाल आज भी लोगो के दिमाग मे घूमते रहते है पर आज हम आपके इन सभी सवालों के जवाब इसी पोस्ट के माध्यम से देने वाले है । जी हां आज हम आपको बताने जा रहे है कि Chand par kon kon gaya hai और वो किस देश के रहने वाले है इस विषय पर सारी जानकारी आपको इस पोस्ट के माध्यम से मिल जायेगी।
चाँद क्या होता है?
आज से कई लाख वर्ष पहले एक छोटा उल्कापिंड धरती से टकराया था जिससे धरती का एक बड़ा हिस्सा टूट गया , उस समय धरती के गुरुत्वाकर्षण बल के कारण काफी समय तक धरती के नजदीक रहा लेकिन जब धरती के वातावरण में परावर्तन आया और धरती का गुरुत्वाकर्षण बल जब धीरे - धीरे कम होने लग गया तो तो ये टुकड़ा धीरे - धीरे धरती से दूर जाकर अपना खुद का एक कक्ष निर्माण कर लिया ।
लेकिन ये टुकड़ा था तो आखिर धरती का टुकड़ा ही था जिस वजह से ये आज भी ये धरती के गुरुत्वाकर्षण बल के संपर्क में आकर धरती चक्कर के लगाता है। आज हम जिस धरती के टुकड़े की बात करे रहें है इसे हम चांद , चंद्रमा या मून के नाम से जानते है ।
दूसरे शब्दों में कहे तो चांद धरती का एक उपग्रह है जो कि निरंतर धरती के गुरुत्वाकर्षण बल के सम्पर्क में आकर चक्कर लगा रहा है।
Chand par kon kon gaya hai? चांद पर कौन-कौन गया है?
दोस्तो जैसे कि आप साबको पता है कि चांद हमारी धरती का एक छोटा सा उपग्रह है । हमारी धरती का एक मात्र प्राकृतिक उपग्रह है । चांद को जब हम देखते है तो हमारे मन मे इसकी सुंदरता को लेकर बहुत से ख्याल आते है। कुछ लोगो ने तो चांद पर शायरी लिखी है तो वही कुछ लोग अपने दोस्तो खुश करने के लिये चांद तारे तोड़ने के वादे करते है ।
हम लोग चंद के के लेकिन क्या ऐसा सच मे मुमकिन है? तो आपका जवाब ना ही होगा , लेकिन क्या आपको ये जानकारी है इंसान चांद पर अपने कदम रख चुका है । आप के से कुछ लोगो ने तो नील आर्मस्ट्रॉन्ग का नाम भी सुना होगा लेकिन क्या आपको ये जानकारी है कि इन लोगो के अलावा भी 12 लोगो ने चांद पर कदम रख चुके है
आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में आपको यही बताने वाले है कि अब तक कितने लोगों में चांद पर कदम रख चुके है और चांद से ऐसे तथ्यों भी बतायेंगे जिन्हें आप भी जानकर हैरान हो जायेंगे। यही नहीं हम आपको धरती से चांद की दूरी के बारे में बतायेंगे और चांद से जुड़े कुछ ऐसे सवालों के बारे का जवाब भी देंगे जो कि अधिकांश हमारे दिमाग मे घूमते रहते है ।
NASA क्या है? इसका चांद को लेकर क्या योगदान है?
नासा (NASA) अमेरिकी राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी है। यह अंतरिक्ष के संबोधन, अनुसंधान, और संचालन के क्षेत्र में काम करता है। चांद को लेकर, NASA अपनी अंतरिक्ष सेवाओं को सफलतापूर्वक निर्माण, संचालन और संशोधन के लिए चांद के उपयोग से काम करते हुए अपने समय के साथ चांद की अनुसंधान करते हैं।
चांद की अनुसंधान से संबोधन के साथ-साथ NASA को समझ में मिलती है कि चांद के कैमिकल और गैसों की कॉम्पोजिशन, चांद के क्षेत्र में स्थित कैमिकल और गैसों की कॉम्पोजिशन, सूरज के उपक्रमों को बेहतर समझने में मदद करती है।
अबतक चाँद पर कौन-कौन गया है? और कितने लोग अबतक गए हैं?
आपके मन मे ये सवाल जरूर उठता होगा कि आखिर अब तक Chand par kon kon gaya hai तो
दोस्तो आपकी जानकारी के लिये हम आपको बता दे कि चांद में अब तक कुल 12 लोग जा चुके है जिनमे में से सबसे पहले नील आर्मस्ट्रॉन्ग गये थे । उनके जाने बाद 11 लोग चांद में अपने कदम रख चुके है। हम आपको ये भी बतायेंगें की ये अपने मिशन में सफल हो पाये थे या नहीं ये भी जानेंगे ।
चाँद पर अब तक गए हुए वैज्ञानिको की पूरी लिस्ट।
No. | नाम | चंद्र यान मिशन का नाम |
---|---|---|
1 | Neil Armstrong(नील आर्मस्ट्रांग) | July 1969 Apollo11 |
2 | Buzz Aldrin(बज्ज एल्ड्रिन) | July 1969 Apollo 11 |
3 | Charles Conrad(चार्ल्स कौनराड) | November 1969 Apollo 12 |
4 | Alan bean(एलन बीन) | November 1969 Apollo 12 |
5 | Alan sheperd(एलन शेपर्ड) | Feb 1971 Apollo14 |
6 | Edgar mitchell(एडगर मिटचेल) | Feb 1971 Apollo 14 |
7 | David Scott | Aug 1971 Apollo 15 |
8 | James irwin(जेम्स इरविन) | Aug 1971 Apollo 15 |
9 | John young(जॉन यंग) | April 1972 Apollo16 |
10 | Charles duke(चार्ल्स डुके) | April 1972 Apollo 16 |
11 | Harrison Schmitt(हैरिसन स्चमित्त) | Dec 1972 Apollo 17 |
12 | Eugene Cernan(यूगेने सरनं) | Dec 1972 Apollo 17 |
1. Neil Armstrong (नील आर्मस्ट्रांग)
चांद की जमीन पर कदम रखने वाले पहले इंसान नील आर्मस्ट्रॉन्ग थे । इनको नासा के द्वारा निर्मित अपोलो 11 में इसका भेजा गया था। अगर हम नील आर्मस्ट्रॉन्ग के जीवन की बात करे तो नील आर्मस्ट्रॉन्ग का जन्म सन 1930 5 अगस्त को अमेरिका में हुआ था । इनकी बचपन से ही अंतरिक्ष के विषय में काफी रुचि थी जिस कारण से इन्होंने अंतरिक्ष के विषय मे।शिक्षा ग्रहण की और नासा में बतौर इंजीनियर के रूप मे काम करने लग गए।नासा ने इन्हें इनके चांद में जाने के 3 वर्ष बाद रिटायर कर दिया था ।
2. Buzz Aldrin (बज्ज एल्ड्रिन)
चांद के धरती में दूसरा कदम बज्ज एल्ड्रिन ने रखा था जो कि नील आर्मस्ट्रॉन्ग के साथ अपोलो 11 में उनके साथ गये थे। बज्ज एल्ड्रिन अमेरिका में जन्मे है और अभी भी अमेरिका के कॉल रीडर इलाके में रह रहे है । आपकी जानकारी के लिये बता दे कि बज्ज एल्ड्रिन अब रिटायर हो चुके है।
3. Charles Conrad (चार्ल्स कौनराड)
चलर्स कौनरोड चांद में अपना कदम रखने वाले तीसरे व्यक्ति थे। चालर्स कौनरोड का जन्म 2 जून सन 1930 को अमेरिका में हुआ था । चालर्स कौनरोड नासा के अपोलो 12 में गये थे , इस मिशन में जाने से पूर्व चालर्स कौनरोड नासा में इंजीनियर के पद में थे । चालर्स कौनरोड ने अपोलो12 के मिशन से लौटने के बाद नासा से रिटायर हो गये थे और उंन्होने खुद का व्यापार शुरु कर दिया । 69 साल की आयु में इनका देहांत हो गया था।
4. Alan bean (एलन बीन)
एलन बीन चांद में कदम रखने वाले चौथे व्यक्ति थे । एलन बीन मूल रूप से अमेरिका के रहने वाले है । एलन बीन अमेरिका के नौसेना अधिकारी होने के साथ ऐरोनुतिकाल इंजीनियर भी है । एलन बीन अपोलो 12 में चालर्स कौनरोड के साथ गये थे लेकिन इन्होने चार्ल्स कौनरोड के बाद चांद में कदम रखे थे।
5. Alan sheperd (एलन शेपर्ड)
एलन शेपर्ड चांद में कदम रखने वाले पांचवे इंसान थे। एलन शेपर्ड नासा में एक इंजीनियर थे जिन्हें नासा ने अपोलो 14 में चांद में भेजा था। चांद से लौटने के बाद एलन शेपर्ड ने नासा ने रिटायर्ड होकर रियल इस्टेट के व्यापार पर आ गये थे ।
6. Edgar mitchell (एडगर मिटचेल)
एडगर मिटचेल चांद के जमीन पर अपने कदम रखने वाले छठवें इंसान थे। एडगर मिटचेल एलन शेपर्ड के साथ अपोलो 14 में गये थे जिसके बाद उस मिशन से लौटने पर एडगर मिटचेल ने रिटारमेंट लेकर मानसिक समस्याओ का अध्ययन करने वाली संस्थान के सदस्य बने।
7. David Scott (डेविस स्कोट)
चांद की धरती में कदम रखने सातवें व्यक्ति डेविड स्कोट बने थे । डेविड स्कोट नासा में बतौर इंजीनियर के साथ पायलट प्रशिक्षण भी थे। डेविड स्कोट अपोलो 15 के मिशन थे लेकिन इससे पहले वो अपोलो 9 और जैमिनी 8 के मिशन में जा चुके है।डेविड स्कोट पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने 3 अंतरिक्ष यात्रा सफलतापूर्वक की थी। डेविड स्कोट ने सफलतापूर्वक अपनी अंतरिक्ष के जीवन को पूरा करने के बाद रिटारमेंट ले लिया और एक प्रसिद्ध लेखक बन गये।
8. James irwin (जेम्स इरविन)
जेम्स इरविन चांद पर कदम रखने वाले आठवें व्यक्ति थे। जेम्स इरविन एक पायलट थे और अपोलो 15 में डेविड स्कोट के साथ गये थे।जेम्स इरविन इस मिशन से वापस आने के बाद रिटारमेंट ले ली थी।
9. John young (जॉन यंग)
जॉन यंग चांद पर कदम रखने वाले नावें व्यक्ति थे।जॉन यांग अपोलो 16 मिशन एक कमांडर थे , इस मिसन में वो एक विमानक इंजीनियर , प्रशिक्षण के रूप में काम किया था। इस मिशन अलावा इन्होंने जेमिनी 3, जेमिनी , अपोलो 10 STS -1, STS-9 में अंतरिक्ष यात्री थे।
10. Charles duke (चार्ल्स डुके)
चलर्स डुके चांद पर कदम रखने वाले दशवे व्यक्ति थे । चार्ल्स डुके जॉन यंग के साथ अपोलो 16 मिशन में साथ मे गये थे। चार्ल्स डुके इस मिशन में जाने से पूर्व नासा में एक प्रक्षिक्षण पायलट के रूप में काम करते थे ।
11. Harrison Schmitt (हैरिसन स्चमित्त)
हैरिसन स्चमित्त चांद पर कदम रखने वाले ग्यारह वें इंसान थे जिन्होंने चांद पर कदम रखा था। हैरिसन स्चमीट मूल रूप से अमेरिका का रहने वाले है । हैरिसन स्चमित्त अपोलो 17 के विमानक इंजीनियर , कमांडर और अंतरिक्ष यात्री थे ।
12. Eugene Cernan (यूगेने सरनं)
यूगेन सरनं 12 वें व्यक्ति थे जिन्होंने चांद पर अपने पैर रखे। यूगेन सरनं अपोलो 17 में हैरिसन स्चमित्त के साथ गये थे , यूगेन सरनं स्वयं विमानक इंजीनियर , कमांडर और अंतरिक्ष यात्री है। इन मिशन के बाद इन्होंने रिटारमेंट ले लिया था।
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चाँद से जुड़े कुछ रोचक तथ्य- Intresting Fun Fact about Moon
चांद से जुड़ी कुछ ऐसी रोचक तथ्य जिनके बारे में आपको जानकारी नहीं है -
- चांद अफ्रीका के क्षेत्रफल के बराबर है ।
- चांद पूरी धरती के सिर्फ 27% हिस्से के बराबर है।
- चांद हमे दिखता गोल है लेकिन असल मे वो अंडाकार है ।
- चांद का कुल वजन 1 अरब टन है।
- अगर चांद धरती से हट जाये तो धरती में एक दिन सिर्फ 6 घण्टे का होगा।
भारत ने अब तक चाँद में कितने मिशन पूरे किए हैं?
भारत ने अब तक चांद पर कुछ सफल अंतरिक्ष मिशन भेजे हैं। सबसे पहले 2008 में भारत ने अपनी पहली स्थिति से सफल चांद मिशन Chandrayaan-1 भेजा था। इसमें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चांद पर जानकारी और सामग्री को संग्रहण करने के लिए एक स्थल से अन्य स्थल पर स्वचालित रूप से चालन करने वाली स्पष्ट सूत्र का उपयोग किया। इसके अलावा 2019 में ISRO ने चांद पर अपने स्थानीय क्षेत्र को समझने के लिए अपने मिशन Chandrayaan-2 को भेजा था।
Chand par kon kon gaya hai aur isme kitni mahilaye thi-
चांद पर अब 12 लोगो को भेजा जा चुका है लेकिन अभी तक एक भी महिला चांद पर नहीं गयी है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही अंतरिक्ष यात्री जेसिका मेर chand पर कदम रखने वाली पहली महिला होने वाली है।
Chand Par jane Me kitna Samaye Lagta he
अगर राकेट की गति 4000 किलोमीटर प्रति घंटे है तो उससे 3 दिन लगेंगे ।
Chand Aur Prathvi Ke Bech Kitne Duri he
चंद और पृथ्वी से लगभग 384043 किलोमीटर की दूरी पर है।
Chand Pr Bina Oxygen ke Kiten Der Tk Jevet Rhe Skte He
चांद पर करीब इतना ऑक्सीजन है कि वहां 800 करोड़ लोग 1 साल तक सांस ले सकते हैं ऐसा दावा नासा ने किया है।
Kya Chand Pr Pine ka Pani He
नासा ने हाल है में दावा किया है कि चांद में पीने का पानी है लेकिन इसके कोई पुख्ता सबूत उससे मिले नही है।
प्रश्न 1 – चंद्रमा पर कितने अपोलो मिशन उतरे?
चंद्रमा में अब तक 6 अपोलो मिशन उतारे गये है।
प्रश्न 2 – चांद पर जाने वाले पहले भारतीय कौन थे?
राकेश शर्मा
प्रश्न 3 – चाँद पर जाने वाली पहली महिला कौन थी?
अभी तक किसी भी महिला को ऐसा करने का अवसर प्राप्त नहीं हुआ है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि जेसिका मीर पहली महिला होंगी जो चांद पर कदम रखेगी ।
प्रश्न 4 – चंद्रमा पर जीवन संभव क्यों नहीं है?
अभी तक कि जांच में ऐसा कुछ भी नहीं पाया गया है जिससे हमें ये जानकारी प्राप्त हो सके कि चंद में जीवन है लेकिन भविष्य में ऐसी आशा है की चंद में जीवन मिल सकता है।
प्रश्न 5- चांद पर तीसरा आदमी कदम कौन था?
चांद पर अपना तीसरा कदम रखने वाले व्यक्ति का नाम चार्ल्स "पीट" कॉनराड जूनियर है जो कि Nasa केमिशन अपोलो 12 के हिस्सा थे।
Conclusion ( निष्कर्ष)-
आज की इस पोस्ट पर हमने जाना कि Chand par kon kon gaya hai और अब तक कितने मिशन चांद पर सफलतापूर्वक अपना मिशन पूरा करके वापस आ चुके है, हमने ये भी जाना कि चांद पर अब तक कितने मिशन भारत के द्वार भेजे जा चुके है Chand par kon kon gaya hai इस विषय पर भी जाना तो वही ये अब हमें ये भी जानकारी हो गयी है कि चांद पर अब पहली बार अंतरिक्ष यात्री जेसिका मेर को भेजा जा रहा है जो कि अब एक नया इतिहास बनाने वाली है।
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